23 नरम, अउ संयम हबै, असना कामन के बिरोध हे कउ नियम नेहको।
पय जब पोलुस नियाइपन अच्छाई, आत्म संयम अउ आय बाले नियाव के बारे हे बोलथै, ता फेलिक्स डर गइस अउ बोलिस, “हइ टेम तै कढ जा मउका मिलत हे मै तोके फेरै बुलइहो।”
हर अक्ठी खेल, जउन खेल हे भाग लेथै, उन हर बात हे धीर धरथै, उन नास होय बाले इनाम मुकुट पामै के निता असना करथै, जब कि हम जउन इनाम मुकुट कबहुं नास नेहको होमै बाले हबै ओखर निता करथन।
अउ अगर तुम आतमा के चलाय चलत हबा ता नियम के बस हे नेहको हबा।
हमके सुरता रहै कि हइ नियम धरमी जन के निता निरधारित नेहको होय हबै, बलुक अधरमी, निरंकुसो, भक्तिहीनो, पापिन, अपवितर अउ असुध्द मनसे, दाय दादा के घात करै बाले, या हत्यारों,
पय पोहनाई करै बाले, भलाई चाहै बाले, दया, धरमी मनसे, पवितर अउ अनुसासन हे रहै बाले होय,
सियान मनसेन के गंभीर अउ ईज्जत लग संयमी, बिस्वास अउ माया , धीर हे पक्का होय चाही।