काखे जब हम मनसे के आदत जसना जियत रहन, हमर पाप पूरी तरह लालसा जउन नियम के दवारा आय रथै, हमर अंग हे हाबी रथै, ताकि हम असना खेती करी, जेखर परिनाम मिरतू हबै।
जउन मूसा कर ऊ नियम जउन मनसे के पाप के आदत के कारन ढिलवा बना दय रथै, नेहको के सकिस उके भगवान अपन टोरवा के हमर जसना देह हे पठोय के जेखर लग हम पाप करथन, ओखर भवतिक देह के पाप बाले बनाय के, पाप के हराय के पूर करिस।
पय तुम पापी आदत के नेहको पय पवितर आतमा हे होय अगर सहीमा तुम्हर हे भगवान कर आतमा रथै, जउन मनसे के भित्तर मसीह के आतमा नेहको रथै, ऊ मसीह के नेहको हुइ सकै।
तुम हइ टेम इके नेहको पचाय सकता, काखे तुम अब तक देह के स्वभाव के हबा, तुम्हर मसे जलन अउ झगडा होथै। का हइ बात के सबूत नेहको हबै कि तुम देह के स्वभाव के हबा, अउ दुनिया के मनसेन के रीति हे नेहको चलथै?