तुम हइ टेम इके नेहको पचाय सकता, काखे तुम अब तक देह के स्वभाव के हबा, तुम्हर मसे जलन अउ झगडा होथै। का हइ बात के सबूत नेहको हबै कि तुम देह के स्वभाव के हबा, अउ दुनिया के मनसेन के रीति हे नेहको चलथै?
मोके हइ डर हबै कि मोर उहां आमै हे मै तुमके अपन आसा के जसना न पाव अउ तुमो मोके अपन आसा के जसना न पाबा, मोके डर हबै, कि उहां झगडा, जलन, गुस्सा अउ बेवस्था ठीक न हो।
सचेत रइहा कहुं असना झइ होय कि कउनो तुमके असना छूछे अउ नरके दवारा अपन वस झइ करै, जउन मनसे के रीति रिबाज सिक्छा के जसना हबै, अउ मसीह हे नेहको बलुक दुनिया के सिक्छा हे आधारित हबै।