6 एखर मोर निता कउनो महत्व नेहको कि उन जउन नामी रथै, पहिले काहिन रथै, भगवान कउनो के पक्छपात नेहको करथै, मोर संदेस हे उन नामी मनसेन के कउनो सहमति नेहको रथै।
उन फरीसी मनसे अपन चेलन के हेरोदिया समूह के संग यीसु के लिघ्घो पठोथै, उन मनसे कथै, हे “गुरू हम जानथन, कि तै सही हबस अउ भगवान के गली के सिक्छा देथस, मनसे का सोचहीं एखर बारे हे चिंता नेहको करथस, काखे तै मनसेन के मुंह देखके बात नेहको करथस।
उन यीसु लग कथै, हे परभु, हम जानथन कि तै सही हवस, तै कोनो मेर के चिन्ता नेहको करथस, काखे तै मनसे के सकल देखके बात नेहको करथस। पय तै भगवान के रास्ता के बारे हे गुठेथस। कैसर के अपन कमाई के आधा हीसा दे का उचित हबै कि नेहको?
इहैनिता उन पूछथै अउ कथै, गुरू हम जानथन, कि जउन निक्खा बात हबै, तै उहै बात के गुठेथस अउ उहै के आदेस देथस अउ न तै कउनो के पल्ला लेथस, पय निक्खा भगवान कर रास्ता के सिक्छा देथस।
भगवान के परकासन के जसना उछो गयों, ताकि मै उनखर आगू ऊ संदेस के सुना सको, जेही मै गैर यहूदी के परचार करे रथो, असना मै इज्जतदार मनसेन के संग अकेल्ले हे करे रथो, ताकि मोर मेहनत बेकार झइ होय।
तुम अपन अगुवन के आदेस मनिहा, उनखर तरी रइहा उन तुम्हरे आतमन के चउकीदार हबै, उनही तुम्हरे बारे हे हिसाब देयका पडही, उनखर निता हइ काम खुसी के तरह बने रहै न कि अक्ठी दुख के संग पूर कर सकै, काखे एखर लग तुमही कउनो फायदा नेहको होही।