अउ ओखर लग कथै, हर अक्ठी मनसे पहिले निक्खा अंगूर कर रस देथै अउ जब मनसे पी के टुल्य हुइ जथै, तब फेर घटिया देथै, पय तुम निक्खा अंगूर के रस बचाय के रखे हबस।
उनके नियुक्त तबय करै जाय जब उन बेकसूर होय अउ अक्ठी डउकी के डउका होय, जेखर लरका बिस्वास करै बाले होय, अउ उन हे अनुसासन के दोस झइ लगाय सकै अउ निरंकुस के दोस झइ होय।