16 जेखर लग सगलू देह हर अक्ठी जोड के मदद लग अक संग मिलके अउ अक संग बंधके, ऊ परभाव के जसना जउन हर अक्ठी अंग के निक्खा काम करै के दवारा ओहमा होथै, खुदय के बढाथै कि ऊ माया हे उन्नत करत जाय।
जेखर लग ऊ हिम्मत नेहको हारै, माया के अकजुट मन हे बंधे रहै, अउ बिस्वास के ऊ पूर धन जउन सच्चे ग्यान लग मिलथै, उनके मिल जाय, हइ मेर भगवान के भेद के सही ग्यान होय, जउन खुद मसीह हबै,
इहैनिता हमु भगवान के धन्यबाद लगेतार करथन, कि जब हमर दवारा भगवान के संदेस के बचन तुम्हर लिघ्घो पहुंचिस, ता तुम उके मनसेन के बचन नेहको पय सहीमा भगवान के बचन समझ के स्वीकार करा, अउ ऊ बचन तुम्हर मन हे, जउन बिस्वास करथा ऊ सक्तिसाली होय।
हे भाई अउ बेहन, तुम्हर बारे हे भगवान के हरमेसा धन्यबाद करैका चाही, अउ हइ जरूरी हबै काखे तुम्हर बिस्वास बोहत बढिहा मेर बढत हबै, अउ तुम सब हे अक दूसर लग माया बढत हबै।
तुम आदेस मान के सत्य के गरहन करे हबा अउ हइ मेर बिना कपट के हरमेसा माया के निता अपन आतमा के पवितर के लय हबै, इहैनिता अब तुमही सुध्द हिरदय अउ तन-मन लगाय के अक दूसर लग माया करै चाही।