हर मेर के पराथना बिनती अउ निबेदन सहित आतमा के मदद लग हर मउका हे पराथना करत रहा, हइ लक्छ लग सगलू मेर के परयास करत रहा सचेत रहा, अउ सगलू पवितर सेबकन के निता पराथना करा।
उहै हे तोर जर गहीर होय अउ उहै हे अपन उन्नत निरमान करा, तुमके जउन बिस्वास के सिक्छा मिले हबै, उहै हे मजबूत बने रहा अउ तोर हिरदय हे धन्यबाद के बिनती उमडत रहै।