तुम सब के बारे हे मोर निता असना सोंच बढिहा हबै, काखे तुम सब मोर मन हे बसे हबा, अउ न बलुक तब जब मै जेल हे बेडररे रहों, तबो मै संदेस के सत्य के मदत करत ओखर परतिस्ठा हे लगे रहों, तुम सब ई खासके मोर संग अनुगरह हे सहभागी रहे हबा।
तुम हमर निता बिनती करा, जेखर लग भगवान संदेस सुनामै के हमर निता दूरा खोल दे, अउ मसीह के भेद के परगट के सकि, जेखर निता मै जेल हे बन्द हव, ओही परगट करै के निता मउका मिलही।