तुम तो अपन बाफ भुतवा लग हबा अउ अपन बाफ के इक्छा के पूर करै के चाहथा, ऊ तो सुरू लग खूनी रथै, ऊ सत्य हे ठाड नेहको रथै, काखे ओखर हे सत्य नेहको हबै जब ऊ झूठ बोलथै, ता अपनेन आदत के जसना बोलथै, काखे ऊ झूठा हबै अउ झूठ कर बाफ हबै।
अउ असुध्द चीज ओहमा परवेस तक नेहको के पाही अउ न कउ असना मनसे जउन घ्रनित के काम करै बाले या झूठ बोलथै, ऊ मनसे ऊ सहर हे उहै परवेस के सकथै, जेखर नाम गेडरा के जीवन के किताब हे लिखररे हर हबै।