19 हे डउकन, अपन-अपन डउकी ले माया करा अउ उनखर संग कठोर बेउहार झइ करा।
अगर कउ मोर लिघ्घो आथै अउ अपन दाय बाफ डउकी अउ लरिका, अपन भाई बेहन अउ इहां तक कि खुदय अपन जीवन के मोर लग बोहत महत्व देथै, ता ऊ मोर चेला नेहको हुइ सकथै।
उनखर मुंह सराप अउ गारी गलउज लग भररे हर हबै।
तुम सबैमेर के कडवाहट, जलजलाहट, गुस्सा, झगडा, बुरा बोलै बाले, निन्दा अउ चोट पहुंचामै बाले बात तुम्हर लग दुरिहां रहै।
हे डउको अपन डउका लग माया करा जसना मसीह मंडली लग माया करके खुदय के ओखर निता दइ दइस।
पय तुम मसे हर अक्ठी अपन डउकी लग अपन जसना माया करै, अउ डउकी अपन डउका के आदर करा।
तुम जउन बाफ हबै, अपन लरकन के कडु लग झइ भरा, कहुं असना झइ हुइ जाय कि उनखर दिल टूट जाय।
अगर तुम्हर मन कडवा जलन अउ मतलब लग भररे हर हबै, ता एखर घमंड करत झूठ के सही बनाय के पेस झइ तो करा।
तुमो, जउन डउका हबा, इहैमेर अपन-अपन डउकिन के संग इमानदारी लग रहा, काखे ऊ नर हबै कमजोर जानके ओखर इज्जत करा, हइ समझ के हम दउझन जीवन के बरदान के हकदार हबन, जेखर लग तुम्हर बिनती पराथना हे कउनो बाधा झइ पडै।