जेखर लग सगलू देह हर अक्ठी जोड के मदद लग अक संग मिलके अउ अक संग बंधके, ऊ परभाव के जसना जउन हर अक्ठी अंग के निक्खा काम करै के दवारा ओहमा होथै, खुदय के बढाथै कि ऊ माया हे उन्नत करत जाय।
उहै हे तोर जर गहीर होय अउ उहै हे अपन उन्नत निरमान करा, तुमके जउन बिस्वास के सिक्छा मिले हबै, उहै हे मजबूत बने रहा अउ तोर हिरदय हे धन्यबाद के बिनती उमडत रहै।