हर मेर के पराथना बिनती अउ निबेदन सहित आतमा के मदद लग हर मउका हे पराथना करत रहा, हइ लक्छ लग सगलू मेर के परयास करत रहा सचेत रहा, अउ सगलू पवितर सेबकन के निता पराथना करा।
हे भाई अउ बेहन, तुम्हर बारे हे भगवान के हरमेसा धन्यबाद करैका चाही, अउ हइ जरूरी हबै काखे तुम्हर बिस्वास बोहत बढिहा मेर बढत हबै, अउ तुम सब हे अक दूसर लग माया बढत हबै।
भगवान अन्याय नेहको करथै। ऊ तुम्हर कामन के अउ ऊ माया के नेहको बिसरथै, जउन तुम ओखर नाम के महिमा के मकसद लग, हइमेर देखाइस कि अपन पवितर मनसेन के सेबा करिस अउ अबे तक करत हबा।