28 हम उनखरै मसीह के परचार करथन, हर मनसेन के सिक्छा देथन अउ हर मनसे के पूरी ग्यान देथन, जेखर लग हर मनसेन के मसीह हे सिध्द बनाय के उनखर लिघ्घो परस्तुत करी।
अउ पवितर किताब लग लइके उनके समझाउत हइ सिध्द करथै, कि मसीह के समस्या झेलै के रथै अउ उके मरे हर मसे जी उठै के जरूरी रथै, ऊ कथै, “हइ यीसु हबै, जेखर मै तुम्हर बीच हे परचार करथो, मसीह हबै।”
उन मनसेन के बीच, जउन मजबूत हुइ गय हबै, हमु ग्यान के बात करथन। हइ ग्यान न तो हइ दुनिया के हबै अउ न हइ दुनिया के मुखियन के, हइ सब ग्यान बढोय जाय बाले हबै।
तुम हे मसीह के बचन के इक्छा के जसना पूरी तरह लग मन हे बसय देया, अक दूसर के सिध्द ग्यान हे सिक्छा अउ चेतन्त देया अउ भगवान के परति अच्छी सोगत धन्यबाद के संग महिमा, भजन अउ आतमिक गीत गाबा।
कउनो भाई के मान मरयादा के बेज्जती झइ करै अपन साथी बिस्वासिन के तंग झइ करिहा, काखे इन सब के बारे हे खुद परभु बदला लेही, जसना कि हम तुमही साफ सब्द हे समझाय चुके हबन।
धरम के हइ रहस्य बिना संका के बडा हबै, मसीह देह के रूप हे परगट हुइस, पवितर आतमा के दवारा सही परमानित हुइस, अउ स्वरगदूत के दिखाई दइस, दूसर जात हे ओखर परचार हुइस, दुनिया भर के मनसे ओखर उप्पर बिस्वास करिन, अउ ऊ महिमा हे उप्पर उठाय लय गइस।
तुमही हर अक्ठी निक्खा बात हे सिध्द करा, जेखर लग तुम ओखर इक्छा पूर करा, जउन उके पिरिया हबै उके यीसु मसीह के दवारा हमर हे पइदा करै। उहै भगवान के महिमा जुगजुग होत रहै। ओसनेन होय।