28 अउ साऊल यरुसलेम हे उनखर संग आमै जाय लगिस, अउ बिना डरे परभु के नाम के परचार करै लगिस।
दूरा हे आंव, अगर कउ मोर दूरा हुइके भित्तर घुसही, ता ऊ मुकति पाही, अउ भित्तर बाहिर आय जाय करही अउ चारा पाही।
इहैनिता जरूरी हबै कि जेतका टेम तक परभु यीसु हमर बीच आउत जात रहै।
जब उन पतरस अउ यूहन्ना के हिम्मत देखथै अउ हइ जानथै, कि हइ अनपढ अउ सच्चे मनसे हबै, ता अचम्भित हे पड गइन, फेर उन उनही चीनथै कि हइ यीसु कर संग रह चुके हबै।
हे परभु उनखर उप्पर धियान दे अउ अपन सेबकन के हइ बरदान दे, कि तोर सब्द बडे हिम्मत लग सुनामै।
ऊ यूनानी भासा यहूदियन लग बातचीत अउ बहस करे करथै, पय उन मनसे उके मार डारे चाहथै।
फेर तीन साल के बाद मै पतरस कैफा लग जानकारी पावै के निता यरुसलेम गयों अउ ओखर लिघ्घो पंदरह रोज तक रहों।