26 जब साऊल यरुसलेम सहर छो पहुंचथै, ता ऊ बिस्वासिन हे मिलै-जुलै के परयास करथै, पय उन सब बिस्वासी ओखर लग डरथै, काखे उनही बिस्वास नेहको होथै, कि ऊ सहीमा यीसु के चेला बन गय हबै।
पय आगू दमिस्क के, फेर यरुसलेम के अउ तब यहूदिया के सगलू देस के रहैबालेन के, अउ गैर यहूदी के मै हइ परचार करव, कि उन पछताप करय, भगवान के पल्ला मुडै अउ मन बदलै के काबिल काम करै।
हइ सबाल उन ठगरा भाइन के कारन उठे रथै, जेही मंडली हे गुप्त रूप लग लाय गय रथै, जउन चुप्पेचाप घुस आथै, कि यीसु मसीह ले मिलेहर हमर आजाद के भेद लग अउ हमके गुलाम बनाय ले।