1 साऊल हे अबे परभु के चेलन के डरुहाउत अउ मार डारै के सुर हे रथै अउ महापुजारी के लिघ्घो जथै।
अउ उके घसीटत नगर के बाहिर निकाड के उके पथरा मारै लग जथै, गवाह अपन बन्डी साऊल नाम के अक्ठी जबान के गोड कर लिघ्घो उतार के धर देथै।
साऊल ऊ टेम मंडली के परेसान करथै अउ घर-घर हे घुस के डउका अउ डउकिन के किढलाउत जेल हे बेड दय करथै।
मै चेलन मसे सबले नान हबो, सही कइहा ता मै चेला कहामै के काबिल नेहको, काखे मै भगवान के मंडली के बोहत सताय रहों।
यहूदी समाज हे जउन पहिले मोर चाल चलन रथै, ओखर बारे हे तुम सुन चुके हबा कि मै भगवान के मंडली के बोहत सताउत अउ बरबाद करत रहों।
खुसी के बारे हे कहों ता मंडली के सतामै बाले जब मै आठ रोज के रथो, तब मोर खतना नियम लग हुइस मै इस्राएली जात के हबो, नियाइपन के नजर हे मै बेकसूर हबो।
मै तो पहिले निन्दा करै बाले, बुराई करे बाले अउ गलत काम करे बाले, अउ अधरमी रथो, पय मोर उप्पर दया करे गय हबै, काखे अबिस्वास के कारन मै हइ नेहको जानत रहों कि मै का करथो।