33 असना दीन दसा हे नियाव लग दुरिहां करिन, ओखर पुरखा के कोनहर चरचा करही? काखे भुंइ हे ओखर जीवन खतम करे जथै।”
साहब फिलिप्पुस लग पूछथै, “मै तोर लग बिनती करथो, हइ गुठे कि आगू कर बात गुठेमै बाले हइ केखर बारे हे कथै?” अपन बारे हे या कउनो दूसर के बारे हे?