हइ उहै हबै, जउन निरजन परदेस के मंडली हे ऊ स्वरगदूत के संग रथै, जउन सीनै डोंगर हे ओखर लग बात करिस, ऊ हमर सियानन के संगो रथै, भगवान लग जिन्दा बचन मिलथै, जेही हमर लिघ्घो तक पहुंचिस।
तब फेर मूसा कर नियम काखे दय गय हबै? ऊ ता अपराधन के कारन बाद हे दय गइस कि बिरादरी के आमै तक रहै, जेही टीमा दय गय रथै अउ ऊ स्वरगदूत के दवारा अक्ठी बीचबचाव ठहराय गइस।