50 का हइ सगलू मोर हाथ के बनाय हर नेहको हबै?
“हे संगी, तुम हइ काखे करथा? हमु उहै मनसे हबन, जसना तुमो हबा, इहां हम तुमके संदेस सुनामै आय हबन, ताकि हइ बेकार बातन लग मुडके ऊ जिन्दा भगवान के पल्ला लउटा जउन स्वरग, भुंइ, सागर अउ एहमा जउन कुछु हबै सगलू के बनाय हबै।
जउन भगवान दुनिया अउ ओखर सगलू चीजन के बनाइस, ऊ स्वरग अउ भुंइ के मालिक हुइके हाथ के बनाय हर मन्दिर हे नेहको रथै।