24 जब अक बार ऊ देखथै कि ओखर मसे अक्ठी के संग गलत बेउहार करे गइस, ता ऊ उके बचाइस अउ मिस्री के मनसे के मार के ऊ मनसेन के बदला लइ लइस।
जब मूसा चालीस साल के होथै, ता ओखर मन हे आथै कि मै अपन इस्राएली भाई के लिघ्घो जाय के ठानिस।
ऊ सोंचथै कि अपन भाई जान जही कि उनही छंडामै के निता भगवान ओखर हाथ लग उनखर मुकति करही, पय ऊ उके नेहको समझ पाइस।
जसना तुम कल ऊ मिस्री के मार डारे हबस, का ओसनेन तै मोके मार डालै के चाहथस।