9 पय आजाद करे हर यहूदी मनसे के मंडली कुछ मनसे जउन लिबिरतीनो कहाथै, कुरेनी अउ सिकन्दरिया अउ किलिकिया आसिया इलाका लग आय हर यहूदी रथै, उन स्तिफनुस के बिरोध हे बाद बिबाद करै लगिन।
इहैनिता मै तुमही गुठेथो, कि मै तुम्हर लिघ्घो ग्यानी मनसे अउ दिमाक बाले अउ गुरू के पठोहूं, तुम उन मसे कुछ के मार डरिहा अउ बोहतन के क्रूस हे टंगइहा अउ कुछ के अपन मंडली हे कोडा मरिहा अउ सहर-सहर हे मारत फिरिहा।
पय तुम चेतन्न रइहा, काखे मनसे तोके मंडली हे सोप देही, अउ तुमही मंडली हे पिटही, मोर नाम के चलते तुमही राजपाल अउ राजा के आगू ठाढ करही, कि उनखर निता गवाह होय।
पय ई बातन के आगू ऊ मनसे तुमही बन्दी बना लइहीं अउ सतइही, ऊ तुम्हर उप्पर अधिकार के आदेस चलाय के निता तुमके मंडली दरबार हे दइ देइही अउ फेर मोर नाम के कारन ऊ तुमही, राजा अउ राजपालो के आगू लइ जइही।
तुम देख सकथा अउ सुन सकथा, हइ पोलुस न इफिसुस हे बलुक करीबन आसिया के दुरिहां के इलाका हे मनसेन के बहकाय के बदल देथै, ऊ कथै, मनसेन के हाथन लग बनाय हर देउता बिलकुन देउता नेहको हबै।
मै अक्ठी यहूदी मनसे हबो, जउन किलिकिया के तरसुस हे मोर पइदाइस हुइस, पय हइ सहर हे गमलीएल के गोड लिघ्घो बइठ के हमर सियानन के नियमन के जसना बडी कडाइ के संग सिक्छा पाय हव, भगवान के परति मै बडा समरपित रहों, जसना आज तुम सबझन हबा।
अउ यहूदी मंडली हे उनके सजा दय करथो अउ भगवान के बुराई ऊ बिस्वास के छांडै के निता दबाव के परयास करथो, उनखर पल्ला मोर गुस्सा एतका अधिक रथै कि उनके सतामै के निता बाहर के सहर तक गयों।