पय पोलुस जबाब दइस, “तुम काहिन कथा रोय-रोय के मोर दिल दुख करे हबै? मै तो परभु यीसु के नाम के निता यरुसलेम हे न केबल बांधे जाय के निता बरन मरै के निता तइयार हबो।”
उन हइ सुनके बडा सकरहा बिनती भवन हे जाय के सिक्छा देय लगिन, तब पुजारी अउ उनखर संगी उछो पहुंचिन, ता उन यहूदी अगुवा अउ इस्राएल सियानन सगलू पंचायत बुलवाथै अउ चेलन के लामै के निता सिपाहिन के जेल पठोथै।
अपन जेलियर मनसेन के संग दुख हे उनखर दुख बांटा अउ जब तुम्हर डेरा जइजात के छंडाय लइन, ता अपने-अपन हे जउन नुसकान हुइस उके खुसी-खुसी सुइकार लइन, काखे उन जानथै कि हमर लिघ्घो अभिन्नो कुछ डेरा जइजात हबै जउन सबरोज रही।
हम अपन नजर मसीह यीसु हे जउन हमर बिस्वास के दाता अउ सिध्द करै बाले हे लगाय रही, जउन ऊ मगन के निता जउन उनखर निता ठहराय गय रथै, लाज के चिन्ता नेहको करत क्रूस के मिरतू सह लइस अउ भगवान के राजगद्दी के दहिना पल्ला बइठ गइस।