4 जब तक तै बेचे नेहको रथस ऊ तोर नेहको रहिस, जब तै उके बेचे ता ओखर लग पइसा मिलिस उहो तोर हक हे रहिस, फेर तै अपन मन हे झूठ बोलय के काखे सोचे? तै मनसे लग झूठ नेहको बोले हबस, पय भगवान लग झूठ बोले हबस।”
“जउन तुम्हर बात सुनथै, ऊ मोर बात सुनथै, अउ जउन तुम्हर तिरस्कार करथै, ऊ मोर तिरस्कार करथै, अउ जउन मोर तिरस्कार, ऊ ओखर तिरस्कार करथै जउन मोके पठोय हबै।”
पतरस उनखर लग कथै, “हे हनन्याह भुतवा तोर मन हे हइ बात काखे डाले हबै, कि तै पवितर आतमा लग झूठ बोले हबस अउ खेत के बेचे हर कुछ पइसा बचाय के रख लय?
पतरस ओखर लग कथै, “दोनो झन परभु के आतमा के परिक्छा लेय के निता सहमत हबा, देख तोर डउका के गाडै बाले दूरा हे ठाड हबै अउ उन तहु के उठाय के लइ जही।”
“खाना हमही भगवान के लिघ्घो नेहको पहुंचाय सकथै।” अगर हम मूरती हे चढाय हर परसाद नेहको खाबो ता ओखर लग हमही कउनो नुसकान नेहको, अउ अगर हम ऊ परसाद के खथन, ता ओखर लग हमही कउनो फायदा नेहको होही।
इहैनिता जउन हइ आदेस के मना करथै, ऊ मनसे के नेहको, बलुक भगवान के मना करथै जउन तुमही अपन पवितर आतमा देथै।
पय मै तोर इक्छा बिना कुछु करै के नेहको चाहो, कि तोर हइ किरपा लग नेहको पय मगन लग होय।
फेर अभिलासा गरभबती हुइके पाप के पइदा करथै अउ पाप जब बढ जथै ता मिरतू के पइदा करथै।