एखर मोर निता कउनो महत्व नेहको कि उन जउन नामी रथै, पहिले काहिन रथै, भगवान कउनो के पक्छपात नेहको करथै, मोर संदेस हे उन नामी मनसेन के कउनो सहमति नेहको रथै।
मै आतमा के वस हे हुइ गयों अउ स्वरगदूत मोके पतेरा छो लइ गइस, मै उहां अक्ठी डउकी के अक्ठी लाल रंग के गोरू के उप्पर बइठे हर देखथो, गोरू के सगलू देह हे बुराई सब्द लिखररे हर रथै, ओखर सात मूड अउ सात सींग रथै।