8 ऊ खुसी लग अपन गोड हे ठाड हुइ जथै अउ इछो उछो रेंगै बागै लग जथै, फेर ऊ उनखर संग उछलत कूदत बिनती भवन हे गइस अउ भगवान कर भजन करत रथै।
ता अंधरा मनसे अपन आंखी लग देखै लग जथै, अउ भगवान कर बडाई करत यीसु के पाछू कढ जथै, अउ सगलू मनसे ऊ काम के देखके भगवान कर भजन करथै।
ऊ रोज मगन हुइके खुसी बनइहा अउ कुदिहा, काखे स्वरग हे तुमके इनाम मिलही, उनखर सियान ग्यानी मनसे के संग ओसनेन करथै।
ओखर बाद हे ऊ मनसे यीसु लग बिनती भवन हे मिलथै, तब यीसु ओखर लग कथै, देख, तै निक्खा हुइ गय हवस, फेरै पाप झइ करबे, असना झइ होय कि, एखर लग कउनो बडा नांगा तोर उप्पर आ जाय, ऊ मनसे उहां लग कढ जथै।
अउ बोहत आरो लग कथै, अपन गोड के बल सीधा ठाड हुइ जा, तब ऊ उछल के रेंगै-बागै लागिस।
अउ ऊ मनसे जेहमा भुतवा रथै, उनखर उप्पर झपटथै अउ लडाई लग काबू पाय के दोनो के हरा देथै, हइ मेर ऊ बिना कपडा के अधमरहा हुइके घर लग निकड के भाग गइस।
फेर ऊ ओखर दहिना हाथ पकरके उके ठाड करथै ऊ उहै टेम ठाड हुइ जथै अउ इछो उछो रेंगै बागै लग जथै।