काखे कि यरुसलेम नगर के रहै बाले अउ उनखर मुखिया उके नेहको चीनथै अउ न ग्यानी मनसे के बात समझथै, जउन सुस्ताय कर रोज पढ के सुनाय जथै, इहैनिता उके दोसी ठहराय के हइ बातन के पूर करथै।
खुदय महा पुजारी अउ सियानन के सगलू हइ बात के गवाह हबै, मै दमिस्क हे इनखर भाई के नाम उनखर लग चिट्ठी लयो, अउ परभु के रास्ता बाले समूह के उहां रहै बाले मनसेन के पके के बन्दी के रूप हे यरुसलेम लामै के निता मै गय रथो, ता उनही सजा दिलाय सको।
भगवान अपन ऊ परजा के, जेही ऊ अपनाइस, नेहको छांडे हबै, का तै नेहको जानथस कि पवितर किताब हे नबी एलिय्याह के बारे हे काहिन कथै? जब ऊ भगवान के आगू इस्राएल हे दोस लगाथै।