जब हेरोदेस राजा उके मनसेन कर आगू लामै के रथै, उहै रात पतरस दुइठे सांकड ले बंधररे हर दुइठे सिपाही के बीच हे सोउत रथै अउ सेबकन के दूरा हे जेल कर लिघ्घो सेना नायक देख-रेख करत रथै।
जब ऊ उहां कइ रोज गुजर चुकिस, ता फेस्तुस राजा के आगू पोलुस के केस के हइ मेर समझाइस, “इहां अक्ठी असना मनसे हबै, जेही फेलिक्स जेलियर के रूप हे छांडे गय रथै।
तुम सोचथा कि जउन कउनो चीज के तुमही जरूरत रहिस, अब ऊ सब कुछ तुम्हर लिघ्घो हबै। तुम सोचथा कि अब हम धनी हुइ गय हबा, तुम हमर बिना राजा बन बइठे हबै, केतका निक्खा होतिस कि तुम सही हे राजा हुइता तकि तुम्हर संग हमु राज करतन।