14 जब हम सब भुंइ हे गिर पडेन, ता मै इब्रानी बोली हे, मोर ले हइ कहत अक्ठी सब्द सुनथै, हे साऊल हे साऊल, तै मोके काखे सताथस? कलिन्द्रा चाकू हे गिरै या चाकू कलिन्द्रा हे, पय कटै का कलिन्द्रा के हबै।
हे राजा, जब मै दुपहरी के टेम जब रास्ता हे रथो, तब मै बादर लग अक्ठी उजियार के उतरत देखथो, ओखर उजियार बेरा लग तेज रथै अउ मोर मनसेन के चउगिरदा पल्ला चमकिस।