3 ऊ फेस्तुस लग हइ निबेदन करिस, कि ऊ पोलुस के यरुसलेम बुलामै के अनुगरह किरपा करै, काखे ऊ गली हे पोलुस के मार डालै के जुगाड बनाथै।
उन हइ इहैनिता करही कि उन न तो बाफ के जानथै, अउ न मोके जानथै।
अउ दमिस्क के यहूदी मंडली आराधनालय के जिघा के नाम मांग के हक के निता चिट्ठी लिखथै, कि डउका होय या डउकी होय बन्दी बनाय के यरुसलेम छो ले आवा।
पय साऊल के उनखर मारै के पता पाय जथै, उन उनही मार डारै के मकसद लग उन सहरन के दूरन हे तकइया रात-दिन लगाय रथै।
तब काखे नेहको कहिस, हमही बुराई करै देया, ताकि अच्छाई आय सकै, कुछ मनसे सहीमा मोर हे हइ बात कहै के इल्जाम लगाय के मोर बेज्जती करे हबै, कि ओखर निन्दा करे जाय असना होय चाही।
मै बेर-बेर यातरा करत रहों, मोके नदियन के खतरा, यहूदिन के खतरा, गैर यहूदिन के खतरा, सरहन के खतरा, पतेरा जिघा के खतरा, समुन्दर के खतरा अउ ठगरा भाई के खतरा के सामना करै का पडिस।