5 पोलुस जबाब देथै, “मोर इस्राएली भाइयो मोके पता नेहको कि हइ महा पुजारी हबै। काखे किताब हे लिखवरे हबै, तै अपन परजा के सरदार के निता नेहको बोलै चाहे।”
जउन पोलुस के लिघ्घो ठाड मनसेन लग कथै, भगवान के महायाजक बेज्जती करै के हिम्मत तोके कसके हुइस?
अउ बोहत साल के बाद मै यरुसलेम हे अपन गरीब मनसेन के दान पहुंचामै, अउ भेंट चढामै आय रहों।
खास करके उन मनसेन के, जउन देह के असुध्द कामन हे लिप्त रथै अउ भोग बिलास हे जीवन गुजारत हबै, अउ सासक के बेकार समझथै, उन ढीठ, घमंडी मनसे अउ स्वरगी जन तक के निन्दा करै लग नेहको डेराय,