28 हइ बात हे सिपाही जबाब देथै, हइ नागरिकता के पामै लग, मोके बोहत पइसा खरचा करै का पडे हबै, पोलुस कथै पय मै तो पइदाइसी रोमी नागरिक यहों।
तब पलटन के सरदार ओखर लिघ्घो आयके कथै, “मोके गुठे का तै रोमी हबस?” ऊ कथै, “हव।”
जउन मनसे ओखर पूछ तांछ करै के कथै, हरबी पाछू हट गइन अउ ऊ सिपाही हइ समझ के कि ऊ अक्ठी रोमी नागरिक हबै अउ ऊ उके बांधे हबै, बोहत डेराय गइन।
तुम मनसे ऊ टेम मसीह लग अलगे रथा अउ इस्राएल समूह के बाहिर रथन अउ टीमा के बाचा लग, अनजान रथन अउ हइ दुनिया हे आसा के नेहको जानथन अउ भगवान लग दुरिहां रथन।
इहैनिता तुम अब परदेसी अउ मेहमान नेहको रहा, पय पवितर मनसेन के संगी नागरिक अउ भगवान के परवार के हुइ गय हबा।