हइ बात सुनके उन चिल्लाय उठथै, “एही लइ जा, एही क्रूस हे टंगाबा” पिलातुस उनखर लग कथै, “का मै तुम्हर राजा के क्रूस हे टंगाय दो?” पंडित जबाब देथै, “कैसर के छांड के अउ कउनो राजा नेहको हबै।”
हम गारी खाय के आसीस देथन, बिरोध होय लग हम उके सहथन, जब हम बदनाम हुइ जथन, तउभरमा हम बिनती करथन कि जसना हइ दुनिया के मइल अउ सबके निता कूरा कचरा बने हर हबन।