16 कैसरिया ले कुछ चेला हमार संग हुइ लइन, अउ हमके मनासोन नाम के साइप्रस के अक्ठी पुरान चेला के इहां लग आथै, कि हम ओखर घर हे रही।
दूसर रोज ऊ कैसरिया नगर छो पहुंचथै अउ कुरनेलियुस अपन बिरादरी अउ प्रिय साथिन के अक जिघा करके उनही ओरगथै।
अउ पतरस आदेस दइस कि उन यीसु मसीह के नाम हे बतिस्मा ले, ता उन पतरस लग हइ बिनती करिस, तै कुछ रोज हमर इहां रहबे।
जउन मनसे ऊ दुख के मारे जउन स्तिफनुस के जसना पडे रहिस, जउन बिस्वासी छिदिर बिदिर हुइ गय रथै, ऊ घूमत फीनीके अउ साइप्रस अउ अन्ताकिया हे पहुंचथै, पय यहूदी के छांडके कउनो अउ के संदेस नेहको सुनथै।
मतलब असना बिबाद उठथै, कि उन अक दूसर लग अलगे हुइ जथै अउ बरनबास, मरकुस के लइके जिहाज हे साइप्रस छो कढ जथै।
तब पतरस बोहत बात बिबाद हुइ जाय के बाद ठाड हुइके उनखर ले कथै, हे भाइयो तुम जानथा कि बोहत रोज हुइस, भगवान तुम मसे मोके चुने हबै कि मोर मुंह ले गैर यहूदी संदेस के बचन सुनके बिस्वास करै।
अगले रोज हम उहां ले चलके कैसरिया हे आय, अउ फिलिप्पुस संदेस परचारक के घर हे जउन सातठे मसे अक्ठी रथै जाय के ओखर इहां रहै।
अउ यूसुफ नाम के साइप्रस सहर हे पइदा हुइस अउ अक्ठी लेवी रथै, जेही चेला बरनबास कहिके पुकारथै, “मतलब सान्ति कर टोरवा”
फिलिप्पुस अपन के अस्दोद सहर हे पाथै, जब तक ऊ कैसरिया हे पहुंचथै तब तक रास्ता हे संदेस सुनाय करथै।
मोर सहकर्मी अउ मोर संग जेल हे बन्द होय रहिन अन्द्रुनीकुस अउ बेहन यूनियास के नमस्ते। जउन चेलन हे सम्मानित हबै अउ मोर लग पहिले मसीह के चेला बनिन।
पय माया के आधार हे मै तुम्हर लग पराथना करै के निक्खा समझथो, मै पोलुस जउन अब डोकराय गय हव अउ यीसु मसीह के निता अब कैदी बन गय हव।