45 उन अपन धन डेरा अउ चीजन के बेच भांज के अउ ओखर लग मिलै बाले पइसा के हर अकझन के जेखर जसना जरूरत रथै बांट देथै।
यीसु ओखर लग कथै, “अगर निक्खा बनै चाहथस, ता जा अउ जउन कुछु तोर लिघ्घो हबै, ऊ डेरा के बेच के गरीबन के दइदे, ता तोके स्वरग छो डेरा मिलही अउ आयके मोर पाछू हुइ जा।”
मै तुम्हर लग कथो, अधरम के धन डेरा लग अपन निता संगी बना लेया, जब हइ धन डेरा बढोय जही, तुमके सबरोज के निबासी घर हे सोगत करही।
यीसु ई बातन के सुनथै, ता ऊ उनखर ले कथै, अबहुन तोर हे अक्ठी बात के कमी हबै, तोर लिघ्घो जउन कुछ धन डेरा हबै, सगलू के बेच डार अउ फेर जउन कुछ पइसा मिलही उके गरीबन हे बांट दे, एखर ले तोके स्वरग हे धन डेरा मिलही, आ अउ मोर पाछू हुइ ले।
पय जक्कई सबके आगू ठाढ हुइस, अउ ऊ परभु लग कथै, हे परभु देख मै अपन आधा डेरा गरीबन के दइ देहुं, अउ मै कउनो गलती लग कुछु लय हबो, ता उके चारगुना लउटाय दइहों।
ता चेला फइसला लेथै, कि सबझन अपन पइसा के जसना यहूदिया हे रहै बाले भाई के मदद के निता कुछ पठोमै के निस्चित करथै।
ऊ समूह मसे कउनो के कउनो मेर के बात लग कमी नेहको रथै, काखे जेखर लिघ्घो खेत, या घर होथै, उनही बेच के जउन पइसा मिलथै ओही लानथै,
अउ चेलन के गोड तरी धर देथै अउ जिनही जउन मेर जरुरत होथै अउ मनसेन के जरुरत के जसना उनही दय रथै।
सेबकन के मदद के निता ऊ सेबा काम के बारे हे मोके तुम्हर निता लिखै के कउनो जरूरत नेहको हबै।
जसना लिखवरे हबै, जउन कुछु दइस, “ऊ भिखारिन के दान दइस, उनखर नियाइपन किरपा सबैरोज बने रही।”
इहैनिता जेखर लिघ्घो दुनिया के धन डेरा हबै, अउ जउन अपन भाई के परसानी हे देखके ओखर हे दया नेहको करथै, ओखर हे भगवान के माया हबै हइ कसके कहे जाय सकथै।