31 इहैनिता जउन मसीह के भभिस्य हे घटै बाले हबै, उके देखत दाऊद हइ कथै, “ओहमा मिरतू दुनिया नरक हे नेहको छांडिस, अउ न ओखर देह के मरघटी हे सरै दइ”
हे कफरनहूम काखे तै सोचथस कि तोके स्वरग के महिमा लग उप्पर उठाय जही? तै तो नरक छो जइहे, जउन सक्ति के काम तोर लग करे गय रहिस, अगर ऊ सदोम हे करे जातिस ता ऊ सहर आज तक बने रहतिस।
इहैनिता ऊ अक्ठी अउ दूसर भजन हे गुठे हबै, तै अपन पवितर जन के सरै नेहको दइहे।
काखे परान के नरक हे पवितर बिस्वास करैबाले, सेबकन के मरघटी हे सरै नेहको देही।
अउ उके मरघटी के गुफा हे रखे गइस, अउ पवितर किताब के जसना तीसर रोज जिन्दा हुइ गइस,
अउ पवितर किताब पहिले लग हइ जानके कि भगवान गैर यहूदी के बिस्वास लग धरमी मनसे ठहराही, आगू लग अब्राहम के हइ संदेस सुनाय दय गय रहै कि “तोर लग सगलू मनसे आसीस पइहिन।”