अरिमतियाह नगर के रहै बाले यूसुफ आथै, जउन दरबार के सदस्य रथै, ऊ भगवान कर राज के ओरगथै, ऊ बोहत हिम्मत के संग पिलातुस के लिघ्घो जथै, अउ यीसु के लोथ के मांगथै।
तब पोलुस अउ बरनबास निडर हुइके कथै, जरूरी रहिस कि भगवान कर बचन आगू तुमके सुनाय जथै, पय जब तुम उके दूर हटाथा अउ अपन के सबरोज कर जीवन के जसना नेहको ठहराथा, देखा हम गैर यहूदी के पल्ला फिरथन।
इहैनिता तुम्हर जिन्दगी हे जउन बुराई अउ गुस्सा हबै, उके दूर करके ऊ संदेस के नमरता लग अपनाउत जा, जउन तुम्हर मन हे बोय जथै, अउ तुम्हर आतमा के मुकति करै हे सक्ति हबै।