हम आसिया परदेस के बन्दरगाह के जाय बाले अन्द्रमुत्तियुम नगर के अक्ठी नाह जिहाज हे बइठ के रवाना हुइ गयन, मकिदुनिया देस के थिस्सलुनीके नगर के रहै बाले अरिस्तर्खुस नाम अक्ठी बिस्वासी हमर संग रथै।
तुम्हर संग रहत भरमा पइसा के जरूरत हे मै तुम्हर लग कउनो के उप्पर बोझ नेहको बनो, मकिदुनिया परदेस लग आय संगी भाई बिस्वासी मोर सगलू जरूरत के पूर करिन, अउ हर इलाका हे मोर इहै परयास रहे हबै कि मै तुम्हर उप्पर बोझ झइ बनो, भभिस्य हे मोर परयास इहै रही।
काखे मदद के निता तुम्हर तइयारी लग अच्छी तरह लग जानथो, मकिदुनिया हे रहैबाले के आगू घमंड दिखाथो कि अखाया परदेस के मंडली पिछले अक साल लग एखर निता तइयार हबै अउ तुम्हर खुसी लग बोहतझन के सीख मिले हबै।