उन मनसेन के खान्दा हे एतका गरू लाद देथै कि उन उके उठाय के रेंगों नेहको सकै अउ मनसेन हे दबाव दिखाथै कि उन उके लइके रेंगै। पय उन खुद उनखर मसे कउनो मेर के अंगठी तक नेहको डोलामै चाहथै।
जब ऊ सही के आतमा आही, ता तुमही सगलू सही के रास्ता तुमही गुठेही, काखे ऊ अपन तरफ लग नेहको कहि, बलुक ऊ जउन कुछु सुनही उहै कहि अउ तुमही आमै बाले बातन के बारे हे गुठेही।
टोरवा अउ टोरियन के बारे हे मोके परभु के तरफ लग कउनो मेर के आदेस नेहको मिले हबै, पय परभु कर दया लग बिस्वास करै बाले के काबिल होय के निता मै अपन सलाह देथो।
उनखर हे परगट करे गइस कि जब उन संदेस सुनाउत रहिन, तब उन अपन निता नेहको, पय तुम्हर सेबा के निता बात करथै। अब संदेस के परचार स्वरग लग पठोय हर पवितर आतमा के दवारा लग, तुमही उहै संदेस सुनाथै, स्वरगदूतो इन बातन के पूरी जानकारी हासिल करै के निता तइयार हबै।
पय तुम थुआतीरा के बचे हर मनसेन लग जेतका हइ सिक्छा के नेहको मानथै अउ उन बातन के जिनखर भुतवा के गहिड बात कथै नेहको जानथै, हइ कथै कि मै तुम्हर उप्पर अउ बोझा नेहको डालहुं।