नियम अउ ग्यानी मनसेन के किताब लग पढै के बाद यहूदी मंडली के सरदार उनखर लिघ्घो संदेस पठोथै, हे भाइयो यदि मनसे खुसी के निता तुम्हर मन हे कउनो बात हबै, ता गुठेवा।
काखे कि यरुसलेम नगर के रहै बाले अउ उनखर मुखिया उके नेहको चीनथै अउ न ग्यानी मनसे के बात समझथै, जउन सुस्ताय कर रोज पढ के सुनाय जथै, इहैनिता उके दोसी ठहराय के हइ बातन के पूर करथै।