जब हेरोदेस राजा उके मनसेन कर आगू लामै के रथै, उहै रात पतरस दुइठे सांकड ले बंधररे हर दुइठे सिपाही के बीच हे सोउत रथै अउ सेबकन के दूरा हे जेल कर लिघ्घो सेना नायक देख-रेख करत रथै।
काखे तुम अपन पराथना के दवारा हमर मदत करथा, कि हमर पल्ला लग कइनमेर के ऊ बरदान के निता धन्यबाद परगट करे जाय सकै, जउन कइनमेर के बिनतिन के दवारा हमके मिले हबै।