13 ऊ हमके गुठेइस, कि ऊ अक्ठी स्वरगदूत के अपन घर हे ठाडे देखव, जउन याफा नगर हे मनसे पठो कि समोन जउन पतरस कहलाथै, बुलवा।
उन कथै, कुरनेलियुस सिपाही जउन मनसे भगवान लग डरथै अउ यहूदी हे बोहत धरमी आदर के काबिल मनसे हबै, ऊ अक्ठी पवितर स्वरगदूत लग हइ आदेस पाथै, कि तोके अपन घर बुलाय के तोर लग बचन संदेस सुनै।
आतमा मोर लग उनखर संग बिना डरे जायके कथै, हइ याफा के छह भाई मोर संग गइन अउ हम ऊ मनसे के घर के भित्तर गयन।
ऊ तुम्हर लग असना बात गुठेही, जेखर दवारा तै अउ तोर सगलू बिरादरी मुकति पइहिन।
फेर पतरस के जसना होस आइस, ऊ बोलिस “अब मोर समझ हे आय हबै, कि हइ सही हे सही हबै, कि परभु अपन स्वरगदूत के पठोय के हेरोदेस के सक्ति लग मोके छंडाय हबै अउ यहूदी मनसे मोर उप्पर जउन कुछु घटै के सोचथै, ओखर लग उहै मोके बचाय हबै।”
याफा सहर हे तबीता नाम कर चेला तबीता के यूनानी अनुवाद दोरकास हबै, ऊ अपन धरमी काम करिस अउ निक्खा दिन गुजारत रथै।
लुद्दा याफा सहर के लिघ्घो हबै। जब चेला सुनथै कि पतरस उछो हबै, ता उन दुइठे मनसेन के पठोय के ओखर लग हइ बिनती करिन, कि तै हरबी हमर इछो आ।
हइ बात सगलू याफा हे बगर जथै अउ बोहत मनसे परभु हे बिस्वास करथै।
पतरस बोहत रोज तक याफा हे समोन नाम के कउनो खलरी के धंधा करै बालेन के इछो रथै।
हइ सगलू आतमा भगवान के सेबा टहल नेहको करथै, का सगलू स्वरगदूत हरवाह नेहको, उन मनसेन के सेबा के निता पठोय जथै, जउन मुकति के हकदार हबै।