4 कुरनेलियन डेरात अउ स्वरगदूत के पल्ला देखत कथै हे परभु काहिन हबै? ऊ ओखर लग कथै, तोर बिनती अउ तोर दान सुरता के निता भगवान कर आगू पहुंचथै।
मै तुम्हर लग सही कथो, कि सगलू दुनिया हे जछो-जछो हइ मोर संदेस के परचार करे जही, उछो-उछो एखर काम के सुनाय जही अउ ओही सुरता करे जही।”
मरियम हइ बात के सुनके बोहत चकित हुइ गइस अउ मन हे सोचै लग जथै, नमस्ते के मतलब काहिन हुइ सकथै?
डर के मारे उन भुंइ छो अपन मुंह झुकाय रथै, ऊ दुइठे मनसे उनखर लग कथै, जउन जिन्दा हबै उके तुम मरे हर हे काखे खोजथा?
अउ कथै, कुरनेलियुस तोर बिनती सुन लय गय हबै अउ दीन दुखियन के दय गय तोर दान भगवान के आगू सुरता करे गय हबै।
अउ पोलुस के बात के बोलत सुनथै, ऊ ओखर पल्ला टकटकी लगाय के देखथै, कि उके निक्खा हुइ जाय के बिस्वास हबै।
तब मै कथो, हे परभु मै का करव? परभु मोर लग कथै, ठाढ हुइ जा अउ दमिस्क हे जा, उहां तोके सगलू बात गुठेही, जेही करै के निता चुने गय हबै।
पतरस अउ यूहन्ना उके धियान लग देखथै, पतरस कथै, “हमर पल्ला देख।”
अब मोके पूर पइसा मिल गय हबै, मै धनी हव, इपफ्रदीतुस लग तोर पठोय हर चीज पाय के मै धनी हुइ गय हबो, तुमही हइ भेंट अक्ठी मधुर सुगन्ध हबै, अक्ठी स्वीकार करे बाले बलिदान हबै, जेखर लग भगवान मगन होथै।
कउनो बात के चिन्ता झइ करा, पय सगलू जरूरत हे पराथना करा, अउ बिनती अउ धन्यबाद के संग भगवान के आगू अपन निबेदन करा।
तुम भला करैमा अउ अक दूसर के सहायता करे हे कबहुं झइ भुलिहा, काखे हइ मेर के बलि लग भगवान मगन होथै।
भगवान अन्याय नेहको करथै। ऊ तुम्हर कामन के अउ ऊ माया के नेहको बिसरथै, जउन तुम ओखर नाम के महिमा के मकसद लग, हइमेर देखाइस कि अपन पवितर मनसेन के सेबा करिस अउ अबे तक करत हबा।
फेर स्वरगदूत के हाथ लग धूप के धुंवा पवितर मनसेन के बिनती के संग-संग भगवान के उपस्थिति हे पहुंचिस।