फेर सिपाही अपन सेना नायक के बुलाय के कथै, दुइ सव सिपाही, सत्तर घोडवा अउ दो सव भाला बालेन के कैसरिया जाय के निता तइयार रखा। रात के नव बजे निकरै के निता तइयार रहबे।
जब हइ निस्चित हुइ गइस कि हम जिहाज दवारा इटली जउबे, ता पोलुस अउ कुछ दूसर बन्दिन के यूलियुस नाम के सिपाही के हाथ दइ देथै। यूलियुस किला अवगुस्तुस के सेना के दल रथै।