एखर बाद हम, जउन जिन्दा हबन अउ जउन ऊ टेम तक बचे रइहीं, उन मनसेन के संग बादर हे उप्पर उठाय लय जइही अउ आसमान हे परभु लग मिलब। हइ मेर हम सबदिना परभु के संग रहबो।
धरम के हइ रहस्य बिना संका के बडा हबै, मसीह देह के रूप हे परगट हुइस, पवितर आतमा के दवारा सही परमानित हुइस, अउ स्वरगदूत के दिखाई दइस, दूसर जात हे ओखर परचार हुइस, दुनिया भर के मनसे ओखर उप्पर बिस्वास करिन, अउ ऊ महिमा हे उप्पर उठाय लय गइस।