26 ऊ उन दुनो के निता चिट्ठी डालिस, चिट्ठी मत्तियाह कर नाम निकरिस अउ उन ग्यारह चेलन के संग सामिल कर लय गइस।
चेला यीसु कर लिघ्घो अकजुट होथै, जउन कुछु करथै, अउ सिखाथै, सगलू उके गुठेथै।
एखर बाद उन दुइठे मनसे के हाजिर करथै, यूसुफ के जउन बरसबा कहाथै अउ जेखर उपनाम यूसतुस रथै अउ मत्तियाह कर।
अउ कनान देस हे सातठे जातिन के नास करके धरती इस्राएल के मनसे के अधिकारी के रूप हे दइ देथै।
फेर उन ग्यारह झन के संग पतरस ठाढ होथै अउ ऊंच आरो लग मनसेन के सम्बोधन करत कथै, हे यहूदी संगी अउ यरुसलेम के सगलू संगी मोर बात के धियान सुना अउ मोके हइ बात के मतलब गुठेमै देया।
अउ सहर के भीठी बाराठे नीह बनाय गय रथै अउ गेडरा ओखर उप्पर बाराठे चेलन के नाम लिखे रथै।