23 एखर बाद उन दुइठे मनसे के हाजिर करथै, यूसुफ के जउन बरसबा कहाथै अउ जेखर उपनाम यूसतुस रथै अउ मत्तियाह कर।
ऊ उन दुनो के निता चिट्ठी डालिस, चिट्ठी मत्तियाह कर नाम निकरिस अउ उन ग्यारह चेलन के संग सामिल कर लय गइस।
तब सगलू मंडली सहित चेला अउ सियान के निक्खा लागथै, कि अपन मसे कुछ मनसेन के चुनै, मतलब यहूदा जउन बरसब्बा कहाथै अउ सीलास के जउन भाइन मसे मुखिया रथै अउ उनही पोलुस अउ बरनबास के संग अन्ताकिया छो पठोथै।