तुम मूरतिन अउ बलि करे हर ले अउ खून ले अउ नटेरी घोटे हर के मास ले अउ गलत काम बाले डउकी ले दुरिहां रइहा। एखर ले दुरिहां रहा ता तुम्हर भला होही। आगू सुभ।”
पय उहां रुकय के अपन टेम पूर करके हम बिदा लयन अउ अपन यातरा पूर करथै, अपन डउकी अउ अपन लरकन के लइके नगर के बाहिर आइस उहां सागर हे घुटवा के बल झुक के बिनती करन।
इहैनिता जब मै स्पेन छो जहुं, ता तुम्हर लिघ्घो होत जहुं, काखे मोके आसा हबै कि ऊ यातरा हे तुम्हर लग मुलाखात होही अउ जब तुम्हर संग उठा-बइठक लग मोर मन कुछ भर जही, ता तुम मोके कुछ दुरिहां तक पठोय दइहा।
अगर तुम अपराध करके मार खाते हबा अउ धीर धरिहा, ता एहमा काहिन बडाई के बात हबै? पय अगर निक्खा काम करके दुख सहै के पडथै अउ तुम उके धीर धरथा, ता हइ भगवान के नजर हे निक्खा हबै।