5 हे मोर पिरिया भाइयो, जउन तुम अनचिन्हार मनसेन के निता करथा, ऊ सगलू बिस्वास लग करथा,
“तुम सोचिहा कि इमानदार अउ समझदार हरवाह कउन हबै, जेही ओखर मालिक अपन घर के देखरेख करे बाले जबाबदारी सउप दे कि सही टेम हे खाना देय?
तब जेही पांचठे सोना के पइसा मिलथै, ऊ लेन-देन करके पांचठे पइसा अउ कमाय लेथै।
यीसु कथै, कोनहर असना समझदार अउ दिमाक बाले हबै, जेखर मालिक अपन हरवाह के उप्पर सही टेम, पय ग्यानी भन्डारी कोनहर हबै, जेही ओखर मालिक अपन हरवाह अउ हरवाहिन के चुने हबै, ताकि सही टेम हे उनही भोजन के समान देय।
कुछ रोज बाद पतरस बिस्वासी भाई के आराधनालय हे अक सव बीस मनसेन के संख्या करीबन रथै, पतरस ठाढ हुइके कहै लगिस।
पवितर मनसेन के जरूरत के निता दान दय करा अउ पहुनन के सेबा करा।
इहैनिता जब तक मउका मिलै हम सबझन के संग निक्खा करी, खासतोर करके बिस्वास करै बाले भाई के संग।
तुम जउन कइहा या करा, ऊ सब परभु यीसु के नाम हे करे करिहा, उहै के दवारा तुम भगवान बाफ के धन्यबाद देत रइहा। नियम जीवन के करतब्य
तुम पहुनाई करैमा झइ बिसरिहा, काखे इहै कारन कुछ मनसे अनजाने हे स्वरगदूतन के अपने इछो पहुनाई करे रथै।
इहैनिता मोर आमै लग मै ओखर कामन के सुरता देबाहुं जउन ऊ बेकार सब्द लग हमर निदरा करथै, ऊ एतका हे मन नेहको भरथै, ता ऊ अपन भाई के सोगत तक नेहको करथै, अउ न करै बालेन के करै देथै, बलुक उनही मंडली लग बाहिर के देथै।
काखे जब भाई-बेहन इछो आइन अउ उन तोर सही के बारे हे गवाही दइन अउ बताथै कि कउन मेर तै सही के रास्ता हे चलथस, ता मै बोहत खुस होयों।