सही हे ऊ बोहत नांगा हे रथै, अउ मरै के कगार हे रथै, पय ओखर उप्पर भगवान दया करिस, अउ न केबल ओखर उप्पर बलुक मोरो उप्पर, जेखर लग मोके दुख हे दुख न सहै के पडै।
हे भाई अउ बेहन, तुम्हर बारे हे भगवान के हरमेसा धन्यबाद करैका चाही, अउ हइ जरूरी हबै काखे तुम्हर बिस्वास बोहत बढिहा मेर बढत हबै, अउ तुम सब हे अक दूसर लग माया बढत हबै।
हे भाई अउ बेहन, परभु तुम्हर लग माया करथै, हमके परभु भगवान के तुम्हर बारे हे लगेतार धन्यबाद दे चाही, भगवान के पहिला फडुहा के रूप हे तुमही चुने हबै, जेखर लग तुम पवितर करैबाले आतमा के दवारा अउ सत्य हे अपन बिस्वास दवारा मुकति पामै।
पय हे मोर भाई, सगलू बडा बात हइ हबै, कि तुम किरिया झइ खइहा, न स्वरग के, न भुंइ के, न कउनो चीज के, पय तुम्हर बातचीत हव के हव अउ नेहको के नेहको होय, कहुं असना झइ होय कि तुम सजा के काबिल हुइ जा।
मै तोर दुख अउ कंगाली के बारे हे जानथो पय तै धन्नड हबस अउ मै हइ जानथो, कि उन मनसे तुम्हर केतका बदनामी करथै, जउन अपन खुद के यहूदी कथै अउ उन हइयो नेहको हबै, बलुक उन भुतवन के भक्ति करै बाले सभा हबै, उनखर बुराई के जानथो।