23 पय मूरखता अउ अविद्दा के बिबादन लग अलग रह, काखे तै जानथस इनखर ले झगडा सुरुवात होथै।
अउ उन किस्सन अउ अनन्त बिरादरी हे मन झइ लगाय, जेखर लग झगडा होथै, अउ भगवान के ऊ परबन्ध के ग्यान नेहको मिलथै, जउन बिस्वास हे आसरित हबै।
पय असुध्द अउ डोकरिन के बनाय हर किस्सन लग दुरिहां रहा, अउ भक्ति के साधना के।
हइ बातन के सुरता उनके दिला अउ परभु के आगू गुठे दे बातन हे बाद बिबाद झइ करै, जेखर लग कुछु फायदा नेहको होथै पय सुनै बाले बिगड जथै।
पय असुध्द फालतू लग बचे रह, काखे असना मनसे अउ अभक्ति हे बढत जइहिन,
पय मूरुख के झगडा, अउ पुरखन अउ बिरोध अउ लडाइयन लग जउन बेवस्था के बारे हे होय ऊ बचे रहै, काखे ऊ आधा अउ बेकार हबै।
तुम्हर बीच डाह अउ लडाई झगडा कछो लग आथै? का उन सुख बिलास तो नेहको, जउन तुम्हरे अंगन लग लडत भिडत हबै?